
भोजली महोत्सव चांटीडीह के द्वारा शनिचरी रपटा चौक में पहली बार भोजली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया इस मौके पर बड़ी संख्या में भोजली लेकर अरपा नदी के तट पर पहुंचे जहां इन्होंने उजाले का विसर्जन करते हुए अपने कानों में भोजली रखकर एक दूसरे कोभोजलीकी बधाई दी ।चाटीडीहमें पहली बार आयोजित इस प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया और इस दौरान नित्य संगीत के साथ भोजली के विसर्जन का दौर भी जारी रहा कार्यक्रम में शहर विधायक शैलेश पांडे सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल हुए जिन्होंने सभी को भोजली पर्व की बधाई दी तो वहीं उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही भोजली घाट का भी निर्माण कराया जाएगा

गौरतलब है कि विलुप्त होती हुई छत्तीसगढ़ की भोजली त्यौहार को बचाये रखने के लिये तथा छत्तीसगढ़ के परंपरा के अनुसार भोजली के दिन ही एक दूसरे के कान के ऊपर भोजली लगाकर मितान / मितानिन / महाप्रसाद बदने/बनाने की जो प्रथा उसको भी बचाय रखने के उद्देश्य से इस प्रतियोगिता में आकर्षक इनामों की घोषणा कर लोगों में भोजली महोत्सव तथा भोजली त्यौहार के प्रति लोगों का रूझान बढ़ा है आने वाले साल में भी इसी प्रकार इस प्रथा को बनाये रखने के लिए इसी प्रकार का आयोजन किया जायेगा। जिससे हमारे छत्तीसगढ़ की त्यौहार भोजली जो हमारी धरोहर के रूप में है इसे बचाने के लिये हर संभव ऐसे आयोजन किए जाते रहे। ताकि भोजली के त्यौहार को लोग बहुत ही उत्साह के साथ मनाने को तैयार रहे। भोजली त्यौहार के उत्सव कोई इसी तरह से समझा जा सकता है कि इस आयोजन में भोजली लेकर विसर्जन करने वाले का दौर तो चलता ही रहा तो वही बड़ी संख्या में लोग इसके सहभागी बने भी शामिल
