

सड़क पर सावधानी, संयम और संवेदनशीलता – ये तीन गुण किसी भी दुर्घटना को टाल सकते हैं –बीके स्वाति दीदी
17 नवम्बर 2025, बिलासपुर | प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, बिलासपुर की मुख्य शाखा टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित राजयोग भवन, में सड़क दुर्घटनाओं में मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु “विश्व यादगार दिवस” का आयोजन किया गया। इस विशेष अवसर पर सेवा केंद्र संचालिका बीके स्वाति दीदी ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में मृतकों के लिए विश्व यादगार दिवस प्रत्येक वर्ष नवंबर के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। यह दिन उन सभी लोगों की स्मृति को समर्पित है जिन्होंने सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाई या गंभीर रूप से घायल हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत मौन धारण और शांति-पाठ से हुई, जिसमें उपस्थित सभी लोगों ने दुर्घटनाओं में दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। बीके स्वाति दीदी ने कहा कि “मात्र कुछ क्षणों के असावधान व्यवहार से एक पूरा परिवार जीवनभर के दुखों में डूब सकता है। सड़क पर सावधानी, संयम और संवेदनशीलता — ये तीन गुण किसी भी दुर्घटना को टाल सकते हैं।”
उन्होंने आगे बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में हर वर्ष लगभग 1.3 मिलियन लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान खो देते हैं और कई गुना अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। भारत जैसे विशाल और गतिशील देश में सड़क सुरक्षा का महत्व और भी अधिक है। हर परिवार, हर संस्था और हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह यातायात नियमों का पालन कर अपनी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
बीके स्वाति दीदी ने कहा कि मानव जब तनाव, क्रोध, जल्दबाज़ी या भ्रम में होता है, तब निर्णय क्षमता प्रभावित होती है। एक तनावग्रस्त या अवसादग्रस्त व्यक्ति ड्राइविंग में गलत निर्णय ले सकता है। इसलिए मन का संतुलन और भावनात्मक स्थिरता भी सड़क सुरक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। राजयोग ध्यान मन को स्थिर, शांत और सजग बनाता है, जिससे व्यक्ति ड्राइविंग के दौरान अधिक संयमित और जागरूक रहता है। सड़क सुरक्षा केवल प्रशासन या सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह सामूहिक जिम्मेदारी है। हेलमेट और सीटबेल्ट का प्रयोग, गति सीमा का पालन, मोबाइल फोन का उपयोग न करना, शराब पीकर वाहन न चलाना — ये सभी व्यक्तिगत अनुशासन हैं, जिनसे अनगिनत दुर्घटनाएँ रोकी जा सकती हैं।
उन्होंने सभी उपस्थितों को कुछ मिनटों का ट्रैफिक मेडिटेशन भी कराया, जिससे लोगों ने मन की गहराई में शांति और जागरूकता का अनुभव किया। इस अवसर पर उपस्थित सदस्यों ने संकल्प लिया कि वे न केवल स्वयं नियमों का पालन करेंगे बल्कि अपने परिवार, पड़ोस और समाज को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। कार्यक्रम में युवाओं, महिलाओं तथा वरिष्ठ नागरिकों ने बराबर उत्साह से भाग लिया।
ईश्वरीय सेवा में,
बीके स्वाति
राजयोग भवन, बिलासपुर


