
घर के आंगन में बच्चों की किलकारी का इंतजार सभी दंपति को होता है, हर शादीशुदा महिला की चाह होती है कि उसके भी गोद में बच्चा खेले लेकिन समय के साथ इनफर्टिलिटी की समस्या तेजी से बढ़ रही है। जिसके लिए गली-गली में इनफर्टिलिटी क्लिनिक खुल गए हैं और महिलाएं उनके चक्कर कट रही है ,सरकंडा के कालविट इनफर्टिलिटी सेंटर में इसका सही उपचार किया जा रहा है, कालविट नर्सिंग होम की डायरेक्टर सुभदा कालविट ने समाचार प्रवाह के संवाददाता से चर्चा में इसके कारण और उपाय इलाज पर विस्तार से चर्चा की है ।डॉक्टर का कहना है कि इनफर्टिलिटी के दो प्रमुख कारण है जिसमें तनाव पहला कारण है तनाव होने से महिलाओं में माहवारी अनियमित होने लगती है और तनाव के कारण पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या कम हो जाती है ,जिसके चलते प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है। वही दूसरा कारण लेट से मैरिज करना है जिसके चलते बच्चा होने में समस्या होती है और दंपति को डॉक्टर के चक्कर लगाने होते हैं ।डॉक्टर का कहना है कि तनाव ना ले और सही उम्र में विवाह कर ले तो एक स्वस्थ बच्चा हो सकता है, बिना दवाई बिना डॉक्टर के चक्कर लगाए घर के आंगन में किलकारी गूंज सकती है
